Saturday, April 7, 2018

मंदिर मस्जिद बैर कराते मेल कराती मधुशाला...

मंदिर मस्जिद बैर कराते
मेल कराती मधुशाला।।
रावत जी को मेरा धन्यवाद और शराबियों कि तरफां वटी आशीर्वाद, आज हरिवंशराय बच्चन अर गालिब की आत्मा थै शान्ति मिली गै होली।
जाहिद शराब पीने दे मस्जिद में बैठ कर
या वो जगह बता दे जहाॅ पर खुदा नहीं।
लोग त नौ धरदा ही छन लेकिन आपन बहुत अच्छू काम करि परचून की दुकान थै मधुशाला बणें की। बड़ी दिक्कत होंदी छै बजार जाण मा किराय भी ज्यादा लगदू छौ आण जाण मा अब द्वी रूप्या ज्यादा लगी जौ क्वी बात नीच पर अपणा घौर मा त मिली जाली, अर जु रूप्या आण जाण मा खर्च होंदू छौ वेकी हम कचमोळी बड़ोला। उन भी बजार मा सज नि आंदू छौ पीणा कु अर मत्थी बटी पुलिस ओळू कि डैर भी लगदी छै। स्कूली नौना ता डौरा कु पेन्दा भी नि छा। शायद उं थै शरम लगदी छै ठेक्का मा जाण। आप बधाई का पात्र छां अब त शरम भी नि लगली और कैकि डौर भि ना , परचून कि दुकान मा क्या पता चलणू च कि हम दारू कु जयां कि राशनी कू। उन भी दुनियां झूठी ह्वे गे एक झांजी ही च जु सच बोलदू अर सच्च लेखदू
सच थै ज्यूंदु रखणा का वास्ता आपन बहुत अच्छू कमद उठे। जु आपकु विरोध कना छन शायद उन दारू नि पे। तभी ता!!!!!
वो आदमी तुम्हे बदनाम कर रहा है
मी लगणू वेन आज तक दारू नि पे।
बस येका बाद एक काम और कैरी दियां शराबियों की फेमली पेंसन लगे दियां ।। बाकी आप समझदार छा। क्य बोन तब!!!!!
अतुल गुसांई जाखी