Friday, December 6, 2019

टूटी चप्पल !

टूटी चप्पल !
मैं लिख सकता हूँ
उस टूटी चप्पल की कहानी
जो यथार्थ है
जो स्कूल जाते वक्त चौदह बार निकल जाती थी
बैलों के पीछे भागते तो हाथ में लेनी पड़ती थी
जिसके और टूटने की डर से मैने क्रिकेट नहीं खेला
सब दौड़ते-भागते और मैं भी हंस लेता
दगड़ियों की जिद पर
नंगे पैर खेलता फिर कोई बहाना सूझ ही जाता
रोज शाम घर के नजदीक फिर चप्पल तोड़ देता
इस उम्मीद में कि पिताजी देखकर नयी ले आयें।
© महेन्द्र सिंह राणा 'आजाद'


Tuesday, June 25, 2019

उत्तर प्रदेश बटि ल्यै छा बल्देणु उत्तराखण्ड...

उत्तर प्रदेश बटि ल्यै छा बल्देणु उत्तराखण्ड अर
सोचि छो कि खूब रऽजलु-फऽबलु दुणासु होलु घीं - दूध बरखोलु। पर यरां कख छा लैणा जोग। आज सु बाखड्या ह्वैगी नौणे गोन्खि आस स्याणि बणीक हि रैगि।बल्देणु उत्तराखण्ड / सुधीर बर्त्वाल

Sunday, May 12, 2019

गढ़रत्न नरेन्द्र सिंह नेगी जी की कविता वै रै होलि पे मेरा पोस्टर


अधरेणू धोतुडु,
गुजमैलो बिलोज
चिर्यू पठग्वा,
मटळण्या मुंडासु
छिंगर्या लटुला,
दरदरि गात
तिडयां हथ खुटा
पसीन्यै बास
बस-बस मिल
पछ्याणाली
वै रै होलि
मयाळो सुभौ
अर क्वांसा पराणै
मेरी ब्वे!

Monday, May 6, 2019

ऊंची जाति के लोगों ने पीट-पीट कर मार डाला..

दलित युवक ने पास में बैठकर खाना खाया तो ऊंची जाति के लोगों ने पीट-पीट कर मार डाला.
उत्‍तराखंड के न्‍यू टिहरी से एक ऐसी खबर आई, जो बहुत कुछ सोचने पर मजबूर करती है। आर्थिक तरक्‍की और विकास के चेहरे पर वह किसी बदनुमा दाग की तरह है। हम एक तरफ सामाजिक समरसता के तमाम दावे करते हैं, ये बात अलग है कि समाज में जातिगत भेदभाव और दलितों के साथ दुर्व्‍यवहार का मामला खत्‍म होने का नाम नहीं ले रहा। यहां एक दलित युवक की कुछ ऊंची जाति के लोगों ने कथित तौर पर सिर्फ इसलिए बुरी तरह पिटाई कर दी, क्‍योंकि उसने एक शादी समारोह के दौरान उसने उन लोगों की बगल में बैठकर भोजन करने की 'हिमाकत' की थी।

Monday, January 28, 2019

सच ब्वन त....



सच ब्वन त
न ये देश का गण सही
न यखो तंत्र....
गरीबों तक अपणी बात त 
पौछै देन्दा तुम!
पर
गरीब तुम तक अपणी बात पौछै साकू
कुछ त बणावा, यनु यंत्र
अतुल गुसाईं जाखी