कविता-पोस्टर

कश्मीर में फिर से एक जवान शहीद हो गया...


आज के हालात देख कर बहिन रामेश्वरी नादान की कविता पे मेरा ये पोस्टर...


एक माॅ आज भी सिर्फ इस लिए रोती है कि उस ने बेटी को जन्म दिया है लेकिन जिंदगी की सच्चाई ये है कि एक बेटी ही अपने माॅ बाप के आॅसू पोछती है।
नन्द किशोर हटवाल जन्म 1961 तपौण चमोली गढ़वाल जी एक लेखक के साथ साथ एक अच्छे चित्रकार भी है बेटी और नंदा जात जागर पर उन्होने काफी कवितायें लिखे है। ब्यटुलो मुझे काफी अच्छी लगी और मैने उसे थोडा सा रंग दे दिया।
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वोट देणू जरूर जै भाई नरेन्द्र कठैत जी की कविता पे मेरा ये पोस्टर...


कुछ बिते दिन याद आ गये होंगे.........बोल चिट्ठी किले नी भेजी........



सुनील भाई की कविता पे मेरा इस साल का ये अन्तिम पोस्टर होगा इसी के साथ आप लोगों को नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं ।



बलबीर राणा 'अडिग'


नाम:  जगमोहन सिंह जयाड़ा जिज्ञासू
जन्म तिथि: 21 जुलाई, 1963
दूरभाष:      09654972366
स्थाई पता: ग्राम: बागी-नौसा, पो.औ.- कुन्डड़ी, पटटी- चंद्रवदनी,
    टिहरी गढ़वाल, उत्तराखण्ड-249122
वर्तमान पता: सी-20, गली संख्या-3, एम-।। ब्लाक, संगम विहार, नई दिल्ली-110080
संप्रति: उर्वरक विभाग, भारत सरकार में सहायक अनुभाग अधिकारी के पद पर कार्यरत।
पिता:  स्व. कुन्दन सिंह जयाड़ा
माता:  स्व. श्रीमती छीला देवी
पत्नी: श्रीमती भादी देवी
प्रथम पुत्र: श्री चन्द्रमोहन सिंह जयाड़ा
द्वितीय पुत्र: श्री मनमोहन सिंह जयाड़ा




उत्तराँखण्ड के प्रमुख गायक कलाकारो में पहल नाम आता है हीरा सिंह राणा जी का जिन्हे लोग (हीरदा कुमाऊनी) भी कहते है उनकी माताजी: स्व : नारंगी देवी पिताजी: स्व : मोहन सिंह जन्मतिथि : 16 सितम्बर 1942
जन्म स्थान : मानिला (डढ़ोली)
पैत्रिक गाँव : डढ़ोली
जिला : अल्मोड़ा

Dinesh Dyani ji ki kavita par mera poster


 भाई नरेंद्र कठैत जी की किताब अबारी अर तबारी बिटी ....

 भाई नरेंद्र कठैत जी की किताब अबारी अर तबारी बिटी ....


कुमाउंनी कवी पूरन चन्द्र काण्डपाल 


व्यंग सम्राट नरेंद्र कठैत जी की कविता मूल निवास पे मेरा चित्र-पोस्टर

बी. मोहन नेगी जी कविता पलायन पर मेरा कविता-पोस्टर.
रुमाल पे बनाया मेरा कविता-पोस्टर.
इस प्रकार के रुमाल बाजार में आने चाहिये, इस के दो फायदे है एक तो हमारी भाषा का प्रचार- प्रसार होगा और दुसरा हम जैसे कलाकारो को भी रोजगार मिलेगा...
Harish Juyal Kutaj  ji ki kavita par mera poster
Vasundhara Negi lajo ji ki kavita pe mera poster
संदीप रावत "दीप" जी की कविता 'एक लपाग' पर मेरा पोस्टर
Naresh Uniyal ji ki kavita pe

राष्ट्र कवी डॉ रमेश पोखरियाल निशंक जी की कविता वे बेरोजगार पर मेरा पोस्टर
बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ (इसका अर्थ है लड़कियों को बचाना और शिक्षित करना) योजना की शुरुआत भारतीय सरकार द्वारा 2015 के जनवरी महीने में हुई। इस योजना का मकसद भारतीय समाज में लड़कियों और महिलाओं के लिये कल्याणकारी कार्यों की कुशलता को बढ़ाने के साथ-साथ लोगों के बीच जागरुकता उत्पन्न करने के लिये भी है। 

कै दिन सुणी लिया बल फ़ांस खैगे ज़िन्दगी-नरेन्द्र सिंह नेगी

Sunita Sharma ji ki kavita uttrakhand apda pe mera ek chhota sa pryas

गणेश खुगशाल 'गणी' जी की कविता 'तेरी आंखि ' पे मेरा पोस्टर ।
भाई रमेश हितेषी गढ़वाली एवं कुमाउनी कवी-हम वेसि कविता लेखुनु
दाज्यू कसि कविता सुणला, तुम बताओ जसि कला हम वेसि कविता लेखुनु। दाज्यू कसि कविता सुणला,
ख़ाली हई गौं कि कविता, या हर ठुल सहरों में पहाड़ियुक् भौत ठुलि कॉलोनिक कविता सुणु। 
टूटी छानी धुरपाई उझड़ि गुठ्यार, या बुकिलू जामी खोइक या भ्यार तेपुर महलुक कविता सुणु।

द्वी दिनै की हौर छिन ई खैरी, मुठ बोटी कि रख 
तेरी हिकमत आजमाणू बैरी, मुठ बोटी कि रख, 
ईं घणा डाळौं बीच छिर्की आलो घाम ये रौला मा भी 
सेक्की पाळै द्वी घडी हौर छिन, मुठ बोटी कि रखा
(दो दिनों का और है ये कष्ट, मुट्ठी ताने रख/ तेरी हिम्मत आजमा रहा है बैरी, मुट्ठी ताने रख/इन घने पेड़ों के अंधेरे को चीर कर भी आएगा उजाला/ पाले (तुषार) की हेकड़ी दो वक्त की और है, मुट्ठी ताने रख।)





1 comment:

  1. शानदार कार्य अतुल भाई।। कृपया इसे जारी रखें।।।।

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