पलायन रोको पलायन रोको चिल्लाणा छा जो।
ब्याळी दिल्ली मा देखिन,
अपणी लैन्टरदार कूड़ी सजाणा छा वो।।
खादी पैहनी गाँधीवादी बण्यां छा जू,
ब्याळी बखरोळ बोड़ा थै घपल्याणा छा वो।
जय श्रीराम जय श्रीराम का नारा लगाणा छा जू
ब्याळी बांदरों पैथर कुकुर छुल्याणा छा वो।।
ब्याळी तक जू आम आदमी बणीकै घुमणा छा
आज एक थाळी का लाखों कमाणा छन वो।।
ब्याळी तक त ऊका बीच गाळ घात हुई छै,
एक दुसरा का जलडा खड्याण पर तुल्यां छा जु
आज यू पी विहार मा रिस्तेदारी बणाणा छन वो.
अतुल गुसाईं (सर्वाधिकार सुरक्षित)10/12/2014
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