होली त आई गे पर
होली त आई गे पर
हुल्यार हरची गिन,
गीत होली का अर
ढोलकीदार हरची गिन।
झण्डा पकडी अगने अगने
मी भी गई छौ कभी,
ऊ लाल रंग कु टिका अर
ऊ टिकादार हरची गिन।
ऊ चौंळू कु झोला
मिल भी बोकी छौ कभी
वा राती की भूख़ अर
ऊ खीचडी का यार
हरची गिन।।
कख हरची होलू
बचपन कु अतुल गुसाई
अर कख हरची होली
10 पैसा देण वोली माई।।
No comments:
Post a Comment