हे वीं कीडूं ब्वे!
तिल भी सूणी....
या
फलणा नौनी फूंदी
वे
मुजफ्फरनगर बटी अयां
नाई दगण
भागी गे बल!
कन छारू लागी.
अर!
वां दफा
नौनी मोन
हममम.......
नौन बल सरकरी नौकरी वोळ होण चैंद
अर मकान बल देहरादून या कोटद्वार मा
अर!
अब क्य ह्वे बल
सेरा मुल्क मा बबाल कैरी गे
अपणा ब्वे बाबू की नौ
बदनाम कौरी गे।
छि भै इन औलाद से त.........
अतुल गुसाईं (जाखी)©सर्वाधिकार सुरक्षित