Friday, December 5, 2014

रौंत्याळु मुल्क च बल म्यारू भैजी...

रौंत्याळु मुल्क च बल म्यारू भैजी।
जख गाऊ मा पाणी कू धारू भैजी।
मुल्क मा देवतों कु सारु च भैजी।
खाणा कु माल्टा नारंगी आड़ू च भेजी।
बंजा की डाली मा घुघति की घुर घुर।
अयांर बुरांस की हवा सुर सुर।।
बुरांश फ्योंलि कू फूल खिल्द जख ।
ह्यूचुला आकाश मा मिलदा जख ।
ऊ म्यारू देव भूमि च भैजी।।
धार, गाड, गदना, जख पुंगड़ा प्यारा,
मिली जुली लगान्दन दीदी भुली स्यारा।
कथगा प्यार कथगा न्यारा............
देव भूमि का म्यारा देवभूमि का म्यारा।।

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