Tuesday, April 29, 2014

होली त आई गे पर

होली त आई गे पर हुल्यार हरची गिन, गीत होली का अर ढोलकीदार हरची गिन। झण्डा पकडी अगने अगने मी भी गई छौ कभी, ऊ लाल रंग कु टिका अर ऊ टिकादार हरची गिन। ऊ चौंळू कु झोला मिल भी बोकी छौ कभी वा राती की भूख़ अर ऊ खीचडी का यार हरची गिन।। कख हरची होलू बचपन कु अतुल गुसाई अर कख हरची होली 10 पैसा देण वोली माई।।

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