Friday, July 1, 2016

दोष कै थै द्यो मी...

आज चमोली जनपद आई दैवीय आपदा में मारे गये सभी लोगो के प्रति अपनी संवेदना ब्यक्त करता हूँ।
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दोष कै थै द्यो मी
वे बादळ थै
जु हर साल तोड़ी जांद
मेरी धुरपाळ
अर बुगे ली जांद
द्वार मोर संघाड़
चिवाड़ किवाड़
मेरी चौक छपाल।
या दोष द्यो मी
वे पहाड़ थै
जु जरा बरखा मा
टुट्टी जांद
अर दबे जांद
मेरी नीमदरी छज्जा
मी दगड़ म्यारा
छोटा-छोटा बाल-बच्चा।
या दोष द्यो
वे विकास थै
जु बड़ा-बड़ा मशीन
ले की आंद
अर म्यार पहाड़
चीरी जांद।
या दोष द्यो
ऊँ देवतों थै
जौंका सारा हम यख बस्याँ छा।

सर्वाधिकार सुरक्षित @लेख. अतुल गुसाईं जाखी


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