Tuesday, April 4, 2017

गुठ्यार

एक गुठ्यार भितर
गौड़ी/भैंसी/बखरी/खाडू
सब अलग-अलग जाती का
स्वार-भै सी लगदिन,
एक पूळौ घास
आपस मा मिली जुली की खान्दिन।
अर हैंका गुठ्यार भितर
हिन्दू/मुसलिम/सिख/इसाई
पर रोज होन्दिन!
गाळी-गलोच/ओछी-आलोचना
धर्म का नौ फर विवाद
दंगा-फसाद
दिखेणा खुण यु मनखी छन
पर जानवरों जन छन
सिंगसार, लत्याड़,
एक-हैंका खुण डुंगरताळ
कमजोरा खुण भटकताळ
कैर देन्दिन लम्पसार।।
अतुल गुसाई जाखी (सर्वाधिकार सुरक्षित)
8802374472


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