Friday, April 7, 2017

च्यो जरूरी च...

हमरा चैका पगार रौड़
अर पगार खित हैंसी
मिन बोली!
मेरी पाॅच लाखे कूड़ी घाम लागे छै
अर तु हॅसणी छै।
बल-
कूड़ी इथगा ही फिकर रैन्दी त
पाॅच लाख वे फर लगैन
त द्वी लाख मी फर भी लगेदेन्दी।।
अतुल गुसाईं जाखी( सर्वाधिकार सुरक्षित)

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